Hindi KavitaStoryhut Originals कविता - समर्पणOctober 17, 2019यह कविता वीररस की है इस कविता में सैनिक भारत भारत माँ का बेटा होकर उसकी सेवा करता है और अमर होने की चाह रखता है औरअपने देश भारत की सेवा करते हुवे खुद को धन्य बताता है और उसकी कोई अभिलाषा इच्छा शेष नही रह जाती
Hindi KavitaStoryhut Originals वक़्त by आशुतोष मिश्रा नयनOctober 17, 2019हर दर्द की दवा है वक़्त हर गुनाह की सजा है वक़्तमेरा मानना है ख़ुदा है ही नहीअगर है तो ख़ुदा…
Hindi KavitaStoryhut Originals कविताOctober 17, 2019मैं नेता जी बोल रहा हूँ, सुनो जनता की टोली जीएक बात ध्यान से सुननास्वार्थ से लबालब भरी है मेरी…
Hindi Kavita तुम्हे क्या जवाब दूँOctober 15, 2019कमल या फूल गुलाब दूं?मैं सोचता हूं,तुम्हें क्या खिताब दूं?हवा को कह दूं झूमें तेरे आने पर?फूलों की बरसात उनके…